बच्चों को खेलने में हो रही परेशानी
सहरसा (बनमा इटहरी ) प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय परसबन्नी दक्षिण टोला मे विद्यालय की खाली जमीन को आधे से ज्यादा फूस का घर बनाकर कब्जा कर लिया है। बताते चले कि विद्यालय के दक्षिण सटे इस गाँव के ही जनार्दन यादव ने सरकारी जमीन समझकर अवैध रुप से धिरे-धिरे कब्जा कर लिया है। जिसको लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा भी उसें रोका गया । लेकिन गाँव वाले की अनसूनी कर विद्यालय की जमीन को अवैध रूप से कब्जा करने से नहीं रूके। लेकिन वे मौका पाकर कुछ दिन पहले विद्यालय की खाली जमीन पर रात में जनार्दन यादव अपने दबंग रिश्तेदारो व भारे के बदमाशों के साथ हथियार के बल पर रात में फूस का घर बना लिया। वही ग्रामीणों को दिन में जानकारी मिली उस पर गाँव के कुछ लोग व विद्यालय में जमीन दाता स्व. जगदीश यादव के पुत्र ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभय कुमार को जानकारी दी उसने अपने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों व अधिकारियों के साथ वे स्थानीय अंचलाधिकारी अधिकारियों को आवेदन देकर उचित कानुनी करवाई करने की न्याय की गुहार लगाई। इस मामले को देखा जाय तो कई महीनों बीतते चले लेकिन न तो शिक्षा विभाग ओर न ही प्रसाशन विभाग भी इस पर कोई निदान कर पाये । यहाँ के ग्रामीणों का कहना है इस विद्यालय में लगभग इस गाँव लगभग 200-250 से ज्यादा छात्र एवं छात्राएँ पढ़ती है जब कभी विद्यालय में बच्चों को शोच लगती है तो उसे
विद्यालय के खाली जमीन सहित अर्धनिमिर्त शौचालय को किया कब्जा
डब्बा लेकर घना बगीचे में जाना पड़ता है। यहाँ तक कि जब कभी शिक्षकों को भी घना बगीचे जानी पडती है। सरकार के सभी विभाग के कर्मचारी विद्यालय में शिक्षकों, बच्चों व मध्याहन भोजन की जांच पड़ताल करती है लेकिन बच्चों की समस्या पर उनकी नजर कभी जाती ही नहीं। सरकार रोज सबका साथ सबका विकास की घोषणा करती लेकिन इस विद्यालय के कोई भी बच्चे जब घने बगीचे शौच करने जाते उनके साथ कोई हनहोनी हो जाए या सांप-बिच्छू काट ले या बच्चों के साथ कोई अन्य घटना दे तो क्या सरकार इसकी जिम्मेदारी लेगी। जबकि हैडमास्टर द्वारा शौचालय निमार्ण कार्य आधे से ज्यादा कर लिया गया था उसे भी जबरन कब्जा करते जा रहा है। वही विद्यालय में जमीन दाता के परिवार की ओर से मानना है कि जमीन विद्यालय में दिये है। अब सरकार ओर उनके विभाग का दायित्व होता है जमीन को अवैध कब्जा से मुक्त कर विकास करवाना। ओर यहां के जमीन दाता के पुत्र पूर्व सरपंच जमालनगर के परमानंद यादव का कहना है कई बार यहाँ अंचलाधिकारी, कर्मचारी ,सीआई , अमीन एवं स्थानीय पुलिस प्रसाशन सहित ने विद्यालय की जमीन की तरफ बढने से रोके थे। लेकिन सरकार के विभागीय उदासीनता की वजह से विद्यालय की खाली जमीन पर फूस का घर बना लिया ओर विद्यालय के बाथरूम को कब्जा कर लिए। जिससे बच्चों व शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड्ता है। वही प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस विद्यालय की जमीन का मामला जिला न्यायधिश सत्र मे चल रह है । स्थानीय प्रसाशन के रोकने के बाबजूद जनार्दन यादव विद्यालय के खाली जमीन में फूस का घर बना कर लिया है। शौचालय को भी कब्जा जमाए जा रहे है। बच्चों खेलने व शौचालय को लेकर यहाँ काफी समस्या बनी है। कभी - कभी शिक्षकों को घना बगीचे जाना पड़ता है। कई बार बच्चे सर्प के काटने से ईश्वर ने बचा लिया। जब कभी विद्यालय के समय बच्चें घने बगीचे शोच जाते है तो शिक्षकों अनहोनी होने का खतरा का भय लगा रहता है। जबतक बच्चे सलामत वापस न आ जाते। इस सबंध में कई बार विभाग को अवगत कराये लेकिन कुछ हल न हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को चाहिए कि विद्यालय की जमीन को अवैध कब्जा से जल्द मुक्त कराये।